डिजिटल पोषण की ओर एक मजबूत कदम
भारत सरकार की POSHAN Abhiyaan (National Nutrition Mission) का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों में कुपोषण को समाप्त करना है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है “Poshan Tracker App”, जिसे महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा विकसित किया गया है। इस ऐप के माध्यम से देश भर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता (AWWs) लाभार्थियों की निगरानी और सेवाओं की रिपोर्टिंग को डिजिटल रूप से कर सकती हैं।
इस महत्वपूर्ण पहल को जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए CSC (Common Services Centres) को जिम्मेदारी दी गई है कि वे VLEs (Village Level Entrepreneurs) के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दें।

प्रोजेक्ट का उद्देश्य:
CSC Anganwadi Poshan Tracker App Training Project का मुख्य उद्देश्य है:
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को Poshan Tracker App के प्रयोग में दक्ष बनाना
- डिजिटल रिपोर्टिंग और लाभार्थियों का डेटा अपडेट करने में सहायता करना
- कुपोषण पर सटीक निगरानी हेतु तकनीकी समाधान उपलब्ध कराना
प्रशिक्षण की प्रक्रिया:
- VLE की भूमिका:
VLEs को Digital Seva Portal पर इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत नामांकित किया गया। उन्हें ऐप के इंटरफेस, लॉगिन प्रक्रिया, लाभार्थी रजिस्ट्रेशन, सेवाओं की एंट्री आदि की ट्रेनिंग दी गई। - AWW Training:
इसके बाद VLE अपने क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने के लिए नियुक्त किए गए। यह प्रशिक्षण उनके घर या आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर या CSC सेंटर पर दिया गया। - App Installation & Practical Training:
कार्यकर्ताओं को Poshan Tracker App इंस्टॉल करने, उपयोग करने, और उसमें रिपोर्ट दर्ज करने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी गई।
महत्वपूर्ण बातें:
- यह प्रोजेक्ट Digital India मिशन को मजबूत करता है
- Poshan Tracker के ज़रिए सरकार वास्तविक समय में पोषण स्तर की निगरानी कर सकती है
- यह महिलाओं और बच्चों की बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करता है
भुगतान संबंधी जानकारी:
📢 Good News!
इस प्रोजेक्ट में भाग लेने वाले कई VLEs के Poshan Tracker Training के लिए भुगतान जारी कर दिए गए हैं ✅
⚠️ ध्यान दें:
कुछ VLEs का भुगतान इसलिए लंबित है क्योंकि उनका बैंक खाता CSC सिस्टम में अपडेट नहीं है।
➡️ जब भी VLE Digital Seva Portal में लॉगिन करेंगे, उन्हें इस विषय में सूचना दिखाई देगी।
💡 अनुरोध है कि सभी VLEs अपना बैंक विवरण तुरंत अपडेट करें, ताकि भुगतान जारी किया जा सके।
निष्कर्ष:
CSC के माध्यम से चलाया जा रहा यह Poshan Tracker Training Project ग्रामीण भारत में डिजिटल सशक्तिकरण और पोषण सुधार का बेहतरीन उदाहरण है। यह केवल एक ऐप की ट्रेनिंग नहीं, बल्कि सशक्त भारत की ओर एक डिजिटल कदम है।