सीएससी और इफको के बीच समझौता: एफपीओ को मिलेंगी खाद, बीज और कृषि रसायन जैसी सभी जरूरी चीजें (CSC IFFCO MOU FPO ko Milegi Khad , Seed , Krishi Rashayaan) भारत में कृषि क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) और इफको (भारतीय किसान सहकारी संघ) के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है। इस साझेदारी का उद्देश्य किसानों को उनकी जरूरत की सभी कृषि सामग्रियां—जैसे खाद, बीज और कृषि रसायन—सहज और सुलभ तरीके से उपलब्ध कराना है। यह पहल न केवल किसानों के लिए लाभकारी साबित होगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगी।
CSC & IFFCO समझौते का उद्देश्य
सीएससी और इफको के बीच हुए इस समझौते का मुख्य उद्देश्य एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) और छोटे किसानों तक गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादों की पहुंच सुनिश्चित करना है। एफपीओ को एक ऐसा मंच प्रदान करना, जहां वे अपनी उत्पादन क्षमताओं को बेहतर बना सकें और उनके उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार हो सके, इस पहल का मुख्य लक्ष्य है।
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किसानों के लिए सुविधाएं
- खाद की उपलब्धता: इफको के उच्च-गुणवत्ता वाले उर्वरक अब सीएससी के माध्यम से सीधे एफपीओ और किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे किसानों को सस्ते और प्रभावी उर्वरक प्राप्त होंगे।
- बीज की आपूर्ति: किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराना, जो उच्च उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता प्रदान करें।
- कृषि रसायन: कीटनाशकों और अन्य कृषि रसायनों की आसान उपलब्धता सुनिश्चित करना। ये उत्पाद किसानों की फसलों को कीट और रोगों से बचाने में मदद करेंगे।
- सब्सिडी और नॉन-सब्सिडी उत्पादों की सुविधा: किसानों को सब्सिडी वाले उत्पाद—जैसे यूरिया और डीएपी—साथ ही नॉन-सब्सिडी उत्पाद—जैसे नैनो यूरिया, नैनो डीएपी और सागरिका—भी सीएससी के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे। इन उत्पादों से न केवल किसानों की लागत कम होगी, बल्कि उनकी फसल उत्पादन क्षमता में भी सुधार होगा।
- इफको उत्पादों की बिक्री की अनुमति: सीएससी के माध्यम से इफको के सभी उर्वरक, बीज और कीटनाशक बेचने की अनुमति दी जाएगी। इससे किसानों को एक ही स्थान पर सभी जरूरी कृषि सामग्रियां प्राप्त होंगी और उनकी उत्पादकता में वृद्धि होगी।
सीएससी की भूमिका
सीएससी, जो देशभर में डिजिटल सेवा प्रदान करने का एक मजबूत नेटवर्क है, इस पहल का संचालन करेगा।
- सीएससी के माध्यम से किसान इन उत्पादों को ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कृषि उत्पादों के बारे में जानकारी और उनकी उपलब्धता की स्थिति भी दी जाएगी।
- किसानों को कृषि उत्पादों के उपयोग और उनकी सही मात्रा के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इफको का योगदान
इफको, जो भारत में उर्वरकों के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है, इस पहल में गुणवत्तापूर्ण उत्पाद और विशेषज्ञता प्रदान करेगा।
- इफको के उत्पादों की विश्वसनीयता किसानों को लाभ पहुंचाने में सहायक होगी।
- इफको किसानों के लिए प्रशिक्षण सत्र और जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करेगा।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
- आय में वृद्धि: किसानों की आय में वृद्धि होगी, क्योंकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के कारण अधिक और बेहतर फसल उत्पादन का लाभ मिलेगा।
- नौकरी के अवसर: सीएससी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
- डिजिटल सशक्तिकरण: डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग से किसानों का सशक्तिकरण होगा।
निष्कर्ष
सीएससी और इफको के बीच यह समझौता न केवल किसानों के लिए, बल्कि पूरे कृषि क्षेत्र के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। यह पहल भारत के कृषि क्षेत्र को आधुनिक तकनीक और संसाधनों से लैस करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
इस समझौते के माध्यम से, किसानों को आवश्यक संसाधन आसानी से प्राप्त होंगे, जिससे उनकी उत्पादकता और आय में सुधार होगा। यह कदम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान है।
Important Links
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