Zero Poverty Scheme in Uttar Pradesh Yogi Government: उत्तर प्रदेश में अत्यधिक गरीबी को समाप्त करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार ने “जीरो पॉवर्टी स्कीम” शुरू करने का निर्णय लिया है। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य राज्य के सबसे गरीब परिवारों को एकमुश्त राहत पैकेज प्रदान करके उन्हें गरीबी रेखा से ऊपर उठाना है।

योजना का उद्देश्य

“जीरो पॉवर्टी स्कीम” का लक्ष्य उन परिवारों को उठाना है जो अत्यधिक गरीबी में जी रहे हैं और अपनी बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। योजना को प्रारंभ में पायलट परियोजना के रूप में कुछ चुने हुए जिलों में लागू किया जाएगा, जिसके बाद इसे पूरे राज्य में विस्तारित किया जाएगा। पहले चरण में, 10 से 25 अत्यंत गरीब परिवारों को चुना जाएगा और उन्हें इस योजना के तहत समर्थन दिया जाएगा।

कार्यान्वयन रणनीति

इस योजना को राज्य के विभिन्न विभागों के सहयोग से लागू किया जाएगा, जिनमें ग्रामीण विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, उद्यान विभाग, और कृषि विभाग शामिल हैं। स्वच्छ भारत मिशन भी इस योजना के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। ये विभाग मिलकर चयनित परिवारों को एक समग्र लाभ पैकेज प्रदान करेंगे, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सभी बुनियादी आवश्यकताएं मौजूदा सरकारी योजनाओं के माध्यम से पूरी हो सकें।

इस परियोजना की शुरुआत गोरखपुर से होगी, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद है। यहां सरकार 10 से 25 अत्यंत गरीब परिवारों की पहचान करेगी। इन परिवारों को एकमुश्त राहत पैकेज दिया जाएगा, जिसमें आवास, स्वास्थ्य सेवा, पोषण, और रोजगार के अवसर जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभ शामिल होगा।

हाशिए पर रहने वाले समुदायों पर ध्यान केंद्रित

यह योजना विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, और अल्पसंख्यक समूहों जैसे हाशिए पर रहने वाले समुदायों को लक्षित करती है। सरकार का उद्देश्य इन समूहों के बीच असमानता को कम करना और राज्य में समावेशी विकास सुनिश्चित करना है।

सरकार की दृष्टि

योगी सरकार का मानना है कि सभी मौजूदा कल्याणकारी योजनाओं को एक समेकित पैकेज में जोड़कर, जीरो पॉवर्टी स्कीम परिवारों को आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी। राज्य एक ऐसे भविष्य की कल्पना करता है जहां कोई भी परिवार केवल सरकारी सहायता पर निर्भर न रहे, बल्कि स्वयं अपनी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हो सके।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वास व्यक्त किया है कि यह पहल महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी, हजारों परिवारों को गरीबी से बाहर निकालेगी और राज्य के समग्र विकास में योगदान देगी। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह योजना केवल तत्काल राहत देने के बारे में नहीं है; यह हमारे सबसे गरीब परिवारों के लिए उनके हालातों से ऊपर उठने का एक स्थायी मार्ग बनाने के बारे में है।”

निष्कर्ष

“जीरो पॉवर्टी स्कीम” उत्तर प्रदेश में अत्यधिक गरीबी को दूर करने की दिशा में एक साहसिक और आवश्यक कदम है। हाशिए पर रहने वाले समुदायों पर केंद्रित दृष्टिकोण और एक समग्र समर्थन प्रणाली के साथ, योगी सरकार इस योजना के माध्यम से गरीबी उन्मूलन के प्रयासों में एक नया मील का पत्थर स्थापित करने की उम्मीद कर रही है। यदि सफल होती है, तो यह योजना अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल के रूप में काम कर सकती है, जो एकीकृत और लक्षित कल्याणकारी कार्यक्रमों के माध्यम से गरीबी का मुकाबला करना चाहते हैं।

जैसे-जैसे योजना लागू होगी, सभी की निगाहें इसके कार्यान्वयन और प्रभाव पर टिकी होंगी। इस पहल की सफलता गरीबी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि को चिह्नित कर सकती है, जिससे भारत में समावेशी विकास और सामाजिक उत्थान के लिए एक खाका तैयार हो सकता है।